शामली में पकड़ी गई कृषि विभाग की रिश्वतखोरी...


शामली: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बावजूद भी सरकारी विभागों में रिश्वत का खेल चरम पर है। एंटी करप्शन की टीम ने जिला कृषि रक्षा अधिकारी के कार्यालय पर छापेमारी करते हुए वहां काम करने वाले एक बाबू को रंगे हाथों रिश्वतखोरी करते गिरफ्तार किया है। 
 जानकारी के अनुसार मुजफ्फरनगर के गांव रामपुर निवासी देवराज रावल ने शामली क्षेत्र के गांव कांजरहेड़ी में कीटनाशक लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। देवराज के चाचा सुरेंद्र रावल लाइसेंस के संबंध में करीब 25 दिन पहले जिला कृषि रक्षा अधिकारी विकास कुमार से रेलपार के शिव विहार काॅलोनी स्थित कार्यालय में मिले थे। उन्होंने पूरी प्रक्रिया बताते हुए वरिष्ठ पटल सहायक मुनीष कुमार से मिलने के लिए कहा था। वह उनसे मिले और मुनीष ने ऑनलाइन आवेदन करने के लिए शामली कलक्ट्रेट परिसर में एक टाइपिस्ट के पास भेजा। 19 दिसंबर को टाइपिस्ट ने आॅनलाइन आवेदन कर दिया और फीस के रूप में  पांच सौ रुपये लिए। तीन जनवरी को सुरेंद्र रावल ने लाइसेंस की फीस 1500 रुपये बैंक के माध्यम से जमा कर दिए। इसके बाद वह मुनीष कुमार से मिले और टाइपिस्ट का नाम लेते हुए कहा कि वह आगे की प्रक्रिया समझा देगा। टाइपिस्ट ने इन्हें बताया कि लाइसेंस बनवाने के लिए दस हजार रुपये देने होंगे। इसके बिना काम नहीं हुआ। छह हजार रुपये में बात बन गई, हालांकि तब रकम नहीं दी गई। सुरेंद्र ने इसकी शिकायत करीब छह दिन पहले पुलिस की एंटी करप्शन मेरठ की टीम से की। 
 सोमवार को एंटी करप्शन टीम ने सुरेंद्र को मेरठ बुलाया था और कार्रवाई की प्लानिंग की गई। मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे इंस्पेक्टर गजेंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम शामली पहुंच गई। कुल पांच इंस्पेक्टर, एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल टीम में शामिल थे। वह जिलाधिकारी अखिलेश सिंह से मिले और उन्होंने दो अधिकारी सरकारी गवाह के रूप में मुहैया कराए। दोपहर में करीब दो बजे सुरेंद्र जिला कृषि रक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे और मुनीष कुमार से मिले। अपनी फाइल के बारे में बताया और दो-दो हजार के तीन नोट दिए। इसमें से एक हजार रुपये मुनीष ने वापस भी कर दिए। तभी टीम अंदर दाखिल हुई और रिश्वत लेते आरोपी को पकड़ लिया। टीम आरोपित को कोतवाली शामली लेकर पहुंची। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक के कक्ष में शाम तक कागजी कार्रवाई चलती रही। इसी दौरान आरोपित के हाथ भी धुलवाए गए, क्योंकि टीम ने नोटों पर केमिकल लगाया हुआ था। एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रभारी गजेन्द्र सिंह ने बताया कि जिला कृषि रक्षा अधिकारी कार्यालय के बाबू मुनीश कुमार को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।