सीएए को लेकर जनता को गुमराह कर रहे विपक्षी दल: देवेंद्र सिंह


शामली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जनजागरण अभियान शुरू किया गया गया है। पार्टी के प्रदेश मंत्री देवेन्द्र सिंह ने कहा कि विपक्षी दल कानून को लेकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। कार्यकर्ता जनता से संपर्क कर जागरूक करें। 
  रविवार को भाजपा जिला कार्यालय में कार्यकर्ताओं की बैठक में भाजपा के प्रदेश मंत्री देवेन्द्र सिंह ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून नागरिकता देने के लिए बनाया गया है। इस कानून की मदद से पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न से वहां से भागकर आए हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन और बौद्ध धर्म के लोगों को भारत की नागरिकता दी जाएगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को कानून के बारे में विस्तार से अहम जानकारियां दी। शामली क्षेत्र के विधायक तेजेन्द्र निर्वाल ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं नागरिकता देने के लिए है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टियां सीएए पर मुस्लिमों को बहका रहे हैं। तीन तलाक, धारा 370 और राम मंदिर जैसे मुद्दों पर मुस्लिमों की चुप्पी को कांग्रेस और अन्य पार्टियां हजम नहीं कर पा रहे इसलिए इन्हें भड़काने का षडयंत्र रच रहे हैं, जबकि 1947 में नेहरू और उसके अगले दिन महात्मा गांधी ने स्वयं पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों भारत लौटने पर नागरिकता देने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि एनआरसी पर कांग्रेस गलतबयानी कर रही है, वह खुद इसे लायी थी, जो चीज अच्छी होती है वह उसे अपना बताती है और जो विपरीत जाती दिखती है, तो कमद पीछे खींच लेती है। वरिष्ठ भाजपा नेता संजीव सिक्का ने कहा कि 1950 के बाद पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यकों को अभीतक नागरिकता नहीं मिली है, जबकि आज भी वहां अल्पसंख्यकों पर भारी अत्याचार हो रहे हैं, यहां तक कि आज वहां अल्पसंख्यकों की संख्या घटकर मात्र डेढ़ प्रतिशत रह गई है। सीएए तीन पड़ौसी देशों में अत्याचार के शिकार अल्पसंख्यकों को नागरिकता का अधिकार देगा। उन्होंने कहा कि छह माह के कार्यकाल में केन्द्र की भाजपा सरकार ने कश्मीर से धारा 370, राम मंदिर और नागरिकता संशोधन कानून लाकर कई अहम मसलों को हल किया। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सतेन्द्र तोमर और संचालन यशपाल पंवार ने किया। इस अवसर पर सीएए कानून के लिए घर-घर संपर्क अभियान के संयोजक और भाजयुमो जिलाध्यक्ष पुनीत द्विवेदी, विशेष सरोहा, सतपाल सिंह पूर्व प्रधान भूरा, रोहित विश्वकर्मा, अभय तोमर, अमर जैन, जीतराम, एड. शगुन मित्तल माजूद रहे।