शामली की सड़कों पर यूनियन का चक्का...


गन्ना मूल्य में वृद्धि सहित किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने बुधवार को जनपद में कई स्थानों पर चक्का जाम कर दिया। भाकियू के चक्का जाम से वाहन चालकों और यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पडा, हालांकि चक्का जाम से एम्बुलैंस व स्कूली वाहनों को दूर रखा गया तथा कार्यकर्ताओं ने उन्हें रास्ता देकर खुद निकलवाया।   
   गन्ना पेराई सत्र 2019-20 में  गन्ने का भाव 450 रुपये करने सहित किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने 11 दिसम्बर बुधवार को जनपद में चक्का जाम का ऐलान किया था। इसी के चलते बुधवार को बडी संख्या में भाकियू कार्यकर्ताओं ने शहर के गुरुद्वारा तिराहे पर चक्का जाम कर दिया। कार्यकर्ता सडक पर ही दरा बिछाकर बैठ गए। भाकियू के चक्का जाम की सूचना से पुलिस प्रशासन में भी हडकंप मच गया तथा भारी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को काफी समझाने बुझाने का प्रयास किया लेकिन वे टस से मस नहीं हुए। मौके पर पहुंचे एसडीएम संदीप कुमार व सीओ सिटी ने भी किसानों को काफी समझाया लेकिन वे अपनी मांगों पर अड रहे। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम व सीओ सिटी को सौंपा। भाकियू प्रदेश प्रवक्ता कुलदीप पंवार ने कहा कि पिछले तीन सालों से गन्ना मूल्य में राज्य सरकार ने कोई बढोत्तरी नहीं की है, गन्ने पर आने वाली लागत भी काफी बढ गयी है। किसानों की सिंचाई में प्रयोग होने वाली बिजली के मूल्य में भी दोगुनी वृद्धि कर दी गयी है वहीं खाद, डीजल, कीटनाशक आदि में भी लगभग 20 फीसदी की वृद्धि कर दी गयी है जिससे किसानों को लगातार नुकसान उठाना पड रहा है।  कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार द्वारा उनकी मांग नही मानी गई तो 21 दिसम्बर को प्रदेशभर के जिला मुख्यालयों पर बडा आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर जावेद तोमर, बिजेन्द्र कुमार सैनी, दीपक शर्मा, योगेन्द्र पंवार मौजूद रहे। 


क्यों बढ़ा आक्रोश 
राज्य सरकार ने लगातार दूसरे साल गन्ना मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की है। शनिवार को  वर्ष 2019-20 के लिए गन्ने का राज्य परामर्शित मूल्य (एसएपी) घोषित कर दिया गया। पिछले वर्ष की तरह ही अगैती प्रजाति के लिए 325, सामान्य प्रजाति के लिए 315 और अनुपयुक्त प्रजाति के लिए 310 रुपये प्रति कुंतल गन्ना मूल्य निर्धारित किया गया है।


पिछले सालों का गन्ना मूल्य (सामान्य प्रजाति, रुपये प्रति क्विंटल) 


पेराई सीजन        गन्ना मूल्य     वृद्धि        किसकी सरकार
2011-12          240           35            बसपा
2012-13          280           40            सपा
2013-14          280           00            सपा
2014-15          280           00            सपा
2015-16          280           00            सपा
2016-17          305           25            सपा
2017-18          315           10            भाजपा
2018-19          315           00            भाजपा
2019-20          315           00            भाजपा 
ध्यान रहे...
अगैती प्रजाति का गन्ना मूल्य सामान्य से 10 रुपये अधिक और अनुपयुक्त का 5 रुपये कम होता है।


जनता का क्या कसूर...
भाकियू द्वारा बुधवार को किए गए चक्का जाम से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पडा। सबसे ज्यादा परेशानी बस चालकों व अन्य वाहन चालकों को उठानी पडी। बसों व अन्य वाहनों में सवार यात्रियों को काफी दूर तक पैदल चलकर अपने गतंव्यों की ओर जाना पडा। इस दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं की कुछ वाहन चालकों के साथ तीखी नोंकझोंक भी हुई। चक्का जाम को देखते हुए कई वाहन चालकों को दूसरे रास्तों से होकर निकलना पडा।