2020 शामली के किसानों के लिए लाएगा खुशखबरी!


शामली। बुधवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित किसान दिवस में गन्ने की पत्ती जलाए जाने का मुद्दा जोर-शोर से छाया रहा। किसानों ने डीएम से गन्ने की पत्ती जलाए जाने पर कार्रवाई न करने की मांग की डीएम ने किसानों को समस्या के जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया। किसानों ने डीएम के समक्ष सेंटरों पर घटतौली की शिकायत की जिस पर डीएम ने जिला गन्ना अधिकारी को समस्या के समाधान के निर्देश दिए हैं। डीएम ने मिल अधिकारियों को 30-31 दिसम्बर तक किसानों का शत-प्रतिशत बकाया भुगतान करने के भी निर्देश दिए हैं। यदि समय पर भुगतान नहीं हुआ तो मिलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


   बुधवार को डीएम अखिलेश सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया। किसान दिवस में गन्ने की पत्ती जलाए जाने पर किसानों पर हो रही कार्रवाई का मुद्दा छाया रहा। किसानों ने डीएम के समक्ष गन्ने की पत्ती का उचित निवारण किए जाने की मांग की ताकि गेहूं की बुआई समय से की जा सके। किसानों ने मांग की कि पत्ती जलाने पर किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज न की जाए। डीएम ने किसानों से कहा कि हम भी किसान है और किसानों की समस्याओं को अच्छी प्रकार समझते हैं लेकिन शामली जनपद एनसीआर में आता है और नवम्बर व दिसम्बर माह में वायु प्रदूषण अधिक होने की संभावना रहती है। जनपद में प्रदूषण करने वालों पर कार्रवाई की गयी है लेकिन अब जनपद में पराली जलाए जाने की कोई शिकायत नहीं मिली है, गन्ने की पत्ती का जल्द से जल्द समाधान के लिए शासन को अवगत कराया गया है जिसका जल्द ही समाधान हो जाएगा। बैठक में किसानों ने गन्ना सेंटरों पर हो रही घटतौली की भी शिकायत की जिस पर जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि जांच टीम गठित कर दी गयी है जिसके माध्यम से गन्ना सेंटरों पर छापेमारी की जाएगी। किसानों ने डीएम के समक्ष गन्ना बकाया का मामला भी उठाया जिस पर डीएम ने गन्ना मूल्य भुगतान के संबंध में प्रत्येक चीनी मिलवार जिला गन्ना अधिकारी से जानकारी ली। जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि शामली चीनी मिल पर 44 करोड, ऊन चीनी मिल पर 9 करोड व थानाभवन चीनी मिल पर 48 करोड रुपया बकाया है। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मिल प्रतिनिधियों को चेतावनी दी कि 30-31 दिसम्बर तक किसानों के बकाये का शत-प्रतिशत भुगतान कर दिया जाए, अन्यथा उनके खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने कृषि उप निदेशक को निर्देश दिए कि जिला मुख्यालय पर एक कंट्रोल रुम की स्थापना की जाए, कहीं भी प्रदूषण की शिकायत मिलती है तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। बैठक में एडीएम अरविन्द कुमार, एएसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव, कृषि उपनिदेशक शिव कुमार केसरी, जिला कृषि अधिकारी डा. हरिशंकर, तहसीलदार राजकुमार, ब्लाक प्रमुख जयदेव मलिक, बाबा श्याम सिंह, कुलदीप पंवार आदि भी मौजूद रहे।