शामली दर्पण विशेष: इन शैतान मच्छरों से... बचके रहना रे बाबा!

मौसम में हुए परिवर्तन व मच्छरों की भरमार के कारण शहर में बुखार पीडितों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। एक-एक घर में ही कई लोग बुखार से पीडित होकर अपना उपचार करा रहे हैं। सरकारी व प्राईवेट अस्पतालों में बुखार से पीडित मरीजों की लाइन लगी हुई है। ऐसे में चिकित्सक लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं। 



शामली: मौसम परिवर्तन की वजह से मच्छरों की तादात में इजाफा होने से लोग बुखार की चपेट में आ रहे हैं। बुखार से पीडित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। सरकारी व प्राइवेट चिकित्सकों के यहां बुखार से पीडित मरीजों की लाइन लगी हुई है। बुखार का आलम यह है कि कई मौहल्लों में तो एक घर में ही कई सदस्य बुखार से पीडित हैं। कई स्थानों पर बुखार से लोगों की मौत भी हो चुकी है। कांधला क्षेत्र के गांव गंगेरू में भी डेंगू बुखार ने अपना प्रकोप फैला रखा है। बुखार से पीडित कई मरीजों को मेरठ के अस्पतालों में भी भर्ती कराया गया है। गंगेरू में बुखार से पीडित नूरजहां, फैज व खालिद को हालत बिगडने पर मेरठ के एक चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां है उनको डेंगू की पुष्टि हुई है जिससे ग्रामीणों में भी दहशत बनी हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि तीन दिन पूर्व गांव की ही एक महिला संजीदा की बुखार से मौत हो चुकी है लेकिन इसके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग चुप्पी साधे बैठा हुआ है। कई ग्रामीण अभी भी बुखार की चपेट में हैं। जबकि कई लोग अभी भी बुखार की चपेट में आकर शामली, मेरठ, पानीपत व दिल्ली के अस्पतालों में उपचार करा रहे हैंं। 


 


सीएमओ ने बताया—
मुख्यचिकित्सा अधिकारी(सीएमओ) सजंय भटनागर ने शामली दर्पण को बताया कि शामली जनपद में डेंगू के लक्षण तो दिखे हैं, लेकिन अभी तक इससे मौत का कोई मामला सामने नही आया है। उन्होंने बताया कि इस मौसम में मच्छरों का प्रकोप ज्यादा बढ़ जाता है, जिसके चलते लोग वायरल, टाइफाइड व डेंगू जैसे बुखार की चपेट में आ जाते हैं। अगर समय पर उपचार न कराया जाए तो ये बुखार जानलेवा साबित होते हैं। उन्होंने बुखार होने पर तुरंत चिकित्सक के पास जाकर अपना उपचार कराना चाहिए। सीएमओ ने बताया कि डेंगू मच्छर का लार्वा साफ पानी में पनपता है। घरों में साफ पानी इकट्ठा होने से रोकने की जरूरत है। पानी को ढ़ककर रखना चाहिए। फुल बाजू की शर्ट और पैरों में मौजे पहनने से भी मच्छरों से बचा जा सकता है।