समाधि और देव स्थल की चारदीवारी तोड़ने का विरोध...


दर्पण: ऊन तहसील परिसर में बनी समाधि व देव स्थानों की चारदीवारी हटाने के विरोध में लोगों ने धरना प्रदर्शन किया तथा समाधि के चारों ओर भूमि देने की मांग की। जिस पर तहसीलदार ने अधिकारियों से वार्ता करने का आश्वासन दिया। तहसील परिसर में सैकड़ों वर्ष पुरानी चौधरी मीत राम की समाधि बनी हुई है समाधि के आसपास कस्बे वासियों ने अपने देवस्थान भी बनाए हुए हैं। भूमि तहसील के नाम हस्तांतरित होने के बाद प्रशासन लगातार समाधि व देव स्थानों को हटाने का प्रयास कर रहा है। लेकिन कस्बे के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। तहसील प्रशासन द्वारा चौधरी मीत राम के वंशजों को बुलाकर वार्ता की गई लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। बाद में एसडीएम द्वारा रामफल आदि को नोटिस जारी किया गया जिसमें 11 नवंबर तक अभिलेख उपलब्ध कराने अन्यथा देवस्थान व समाधि को हटाने के निर्देश दिए गए थे। जिस पर रामफल व अन्य लोगों ने चकबंदी से पूर्व के अभिलेख जिनमें देवस्थान अंकित है तहसील प्रशासन को उपलब्ध कराएं। लेकिन तहसील प्रशासन ने वर्तमान में भूमि तहसील के नाम दर्ज होने के कारण रात्रि के समय समाधि व देव स्थानों की बनी चारदीवारी को जेसीबी मंगाकर हटा दिया। सुबह जैसे ही इसका पता लोगों को लगा उन्होंने विरोध शुरू कर दिया तथा तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया। जिसके बाद तहसीलदार अजय शर्मा व ऊन चौकी प्रभारी सत्यनारायण दहिया पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। लोगों ने समाधि के चारों तरफ पांच 5 फुट जगह देने तथा सौंदर्य करण कराने की मांग की। जिस पर तहसीलदार ने अधिकारियों से वार्ता कर समाधान का आश्वासन दिया उसके बाद लोग वापस लौट आए। इस संबंध में तहसीलदार अजय शर्मा ने बताया कि उच्चाधिकारियों के आदेश पर कार्रवाई की गई है। तथा विरोध करने वाले लोगों को पूर्व में भी वार्ता कर देव स्थानों को हटाने के लिए कहा गया था बाद में नोटिस भी जारी किया गया था।