गरीबों के हक पर डाका पड़ गया रे...


शामली: बाल्मीकि समाज व ठेका सफाई कर्मचारियों ने नगर पालिका ठेकेदार द्वारा ठेका सफाई कर्मियों का आर्थिक व मानसिक उत्पीडन करने का आरोप लगाते हुए  मानवाधिकार आयोग से गुहार लगायी है। कर्मचारियों ने एडीएम को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी है कि यदि उनका शोषण नहीं रुका तो वे सडकों पर उतरकर आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे, वहीं दूसरे पक्ष ने भी कर्मचारियों पर काम पर न आने व विरोध करने पर महिला के पति द्वारा धमकी देने का आरोप लगाते हुए डीएम से कार्रवाई की मांग की है। 
    जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित मोर्चा के   जिलाध्यक्ष घनश्याम पारचा के नेतृत्व में बाल्मीकि समाज व ठेका सफाई कर्मचारियों ने गुरुवार को मानवाधिकार आयोग अध्यक्ष को संबोधित एक ज्ञापन एडीएम को देते हुए कहा कि नगर पालिका में सफाई कर्मचारियों का उत्पीडन चरम पर है। शासनादेश के अनुसार प्रति व्यक्ति की प्रतिदिन का वेतन 308 रुपये है लेकिन सफाई ठेकेदार अजय 7700 रुपये काट देता है, जिसमें 1 हजार रुपये फंड काटकर 6700 रुपये उसमें से भी 200 रुपये काट लिए जाते हैं। जो पैसा फंड के रूप में काटा जाता है न तो उसका कोई पीएफ नंबर दिया गया है और न ही कोई खाता नंबर है। जब सफाई कर्मचारी अपने फंड की मांग करते हैं तो ठेकेदार उसे एक वकील के पास भेजता है जहां वकील उनसे एक हजार रुपये मांगता है। सफाई कर्मचारी जब इसका विरोध करते हैं तो ठेकेदार उनके साथ गाली गलौच करता है। सफाई कर्मचारियों ने ठेकेदार का ठेका निरस्त कर ठेका नगर पालिका के नाम पर छोडने या किसी अन्य व्यक्ति को देने की मांग की।