बीजेपी जिलाध्यक्ष पद के लिए अखाड़े में उतरे 21 पहलवान


शामली: एक जमाना था जब अखाडे में पहलवानों की तूती बोलती थी ! एक से बढ़ कर एक पहलवान ! लंगोट कसे, मिट्टी पर बदन पे मले, चंदन का तिलक लगाए, अखाडे की लाल माटी को सर माथे लगाए, पहले तो दुश्मन से हाथ मिलाते फिर एक दूजे की गरदन पर हाथ जमा कर ताकत आजमाते और  कौन सा दाँव लगा कर विरोधी को धूल चटाई जाए इसका अंदाज लगाते ! 
लेकिन जोर आजमाइश से पहले दौर चलता गुरु वंदना का ! धरती माँ के नमन का ! दंड बैठकों का ! सूर्य नमस्कार का ! अखाडे में घंटों की मेहनत का, मशक्कत का!, लेकिन अब इस खेल के दांव पेंच अखाड़ों से ज्यादा राजनीति में नजर आने लगे हैं। राजनीति का छोटे से छोटा चुनाव किसी बड़े दंगल से कम नही दिखता। कुछ ऐसा ही दंगल शामली जिले में बीजेपी के जिलाध्यक्ष पद के लिए होने जा रहा है। जिलाध्यक्ष पद के दंगल में एक से एक पहलवान जोर आजमाइश में जुटा हुआ है। दरअसल जिले में बीजेपी जिलाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 28 आवेदन प्राप्त हुए थे, लेकिन दंगल की बारीकियों का दूर से ही दर्शन करने के बाद सात उम्मीदवारों ने पहले ही अपने नाम अखाड़े की जोर आजमाइश से पीछे खींच लिए। अब इस पद के लिए 21 पहलवान अखाड़े में खड़े हुए हैं, जिनमें एक से बढ़कर एक चेहरा नजर आता है, लेकिन यह भी सही है कि अखाड़े में जिस पहलवान की पकड़ मजबूत होती है, वह दूसरे पहलवानों से ज्यादा सुर्खियां बटोरता है।  फिलहाल जिलाध्यक्ष चुनाव मैदान में खड़े अधिकांश पहलवानों के चेहरे  इन दांवपेंच से भूरपूर नजर आ रहे हैं। इसी कारण पार्टी आलाकमान को काफी माथा पच्ची करनी पड़ सकती है, क्योंकि कई नामी गिरामी पहलवान, रुस्तम और दारा भी जिलाध्यक्ष पद के चुनाव में एंट्री मार चुके हैं। कुश्ती के अखाड़े में तो कई पहलवानों को खा पी कर बदहजमी की शिकायत रहती , पर राजनीति के अखाड़े में तो खा पी कर डकार तक ना लेने का नुस्खा भी अब तो इजात हो चुका है। इसके अलावा प्रदेश परिषद चुनाव के लिए भी जिले से छत्रपाल कयश्प, पूनम राणा और सरदार गुरलाल का नाम जिला चुनाव अधिकारी ने आलाकमान को भेजा है। 


अंदर की बात 
जनपद की राजनीति से ताल्लुक रखने वाले एक चेहरे ने बीजेपी जिलाध्यक्ष पद के चुनाव पर कानाफूसी की है, यदि वह कानाफूसी सही है, तो फिर उसके हिसाब से चुनाव मैदान में खड़े कई प्रत्याशी पहले ही राउण्ड में बाहर होने वाले हैं। यह भी सुना जा रहा है कि आलाकमान ने यह भी शर्त रखी हुआ है कि जिले में यदि किसी जाति विशेष का नेता कमान पर है, तो वहां पर जिलाध्यक्ष का पद उस जाति के नेता को नही मिल सकता। फिलहाल यें सब कानाफूसी ही है। 


जिलाध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने वाले दिग्गज उम्मीदवार 
1- अरविंद संगल 
2- डा. रामजी लाल 
3- हरबीर मलिक
4- डा. मनोज शर्मा
5- डा. मनोज चैधरी 
6- यशपाल पंवार
7- अजय संगल
8- शशि अरोरा 
9- सतेंद्र तोमर 
10- राजेश कुमार मलिक
11- सत्यपाल सिंह 
12- दामोदर सैनी 
13- प्रदीप कुमार
14- रवि गोयल
15- राजेंद्र सिंह 
16- अभय तोमर
17- नीरज उपाध्याय
18- रमेश गौड कश्यप
19- पंकज राणा
20- राजकुमार चैहान
21- प्रमोद सैनी अट्टा