शामली: जिला प्रतिरक्षण अधिकारी द्वारा पल्स पोलियो टीकाकरण का विरोध करने वाले घुमंतू परिवारों से मिलकर उन्हें टीकाकरण से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी देते बच्चों का टीकाकरण किया गया। इस मौके पर चिकित्सकों की टीम ने टीकाकरण व जानलेवा बीमारियों के बारे में भी परिवारों को अवगत कराया।
जानकारी के अनुसार पल्स पोलियो टीकाकरण को लेकर कुछ परिवारों में आज भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। झुग्गी झोपडी व घुमंतू परिवार तो बच्चों को खुराक पिलाने घर पहुंची टीम का भी कड़ा विरोध करते हुए टीकाकरण करने से साफ इंकार कर देते हैं, ऐसे में टीकाकरण टीम को भारी परेशानियों का सामना करना पडता है। ऐसे परिवारों ने पिछले दिनों अपने बच्चों को टीकाकरण नहीं कराया था जिसके बाद टीम बैरंग वापस लौट गयी थी। परिवारों के इसी विरोध को देखते हुए शुक्रवार को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. आरके सागर के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शहर के कैराना रोड स्थित झुग्गी झोपडी व घूमंतू परिवारों के बीच पहुंचकर परिवारों को टीकाकरण से होने वाले फायदों से अवगत कराया। डा. आरके सागर ने कहा कि टीकाकरण करने से बच्चों में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती, यह टीकाकरण स्वास्थ्य के बेहद सुरक्षित है और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है। टीम के काफी समझाने के बाद परिवार बच्चों का टीकाकरण कराने को तैयार हुए जिसके बाद छूटे लगभग 18 बच्चों का टीकाकरण किया गया। टीम ने परिवार को टीकाकरण व जानलेवा बीमारियों के बारे में भी अवगत कराया। इस मौके पर चिकित्साधीक्षक डा. रमेश चंद्रा, डा. रोशी फातिमा, डा. शाहिस्ता, डा. शबी आजम, मीनू निर्वाल, विकास आदि भी मौजूद रहे।
बन गई बात: झुग्गी झोपडियों में स्वास्थ्य विभाग को मिली सफलता