योगी सरकार के इस फैसले से शिवसैनिकों में आक्रोश, आंदोलन की चेतावनी


उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बिजली की दरों में बढ़ोत्तरी का फैसला अब गले की फांस बनता जा रहा है। व्यापारियों—उद्यमियों के साथ—साथ आम जनता तो इसका विरोध कर ही रही है, लेकिन अब सरकार के सहयोगी दलों ने भी मोर्चा खोल दिया है। शामली में शिवेसना के कार्यकर्ताओं ने बिजली दरों की बढ़ोत्तरी के विरोध में कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंपा। कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में बाइक पर सवार होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। 


शामली: जिले में शनिवार को शिवसेना के कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पर पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने सीएम योगी को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा। ज्ञापन में शिवसैनिकों ने प्रदेश में बढ़ी विद्युत दरों पर ऐतराज जताया।


शिवसेना कार्यकर्ता पश्चिमी उत्तर प्रदेश सदस्यता प्रभारी मनोज सैनी, मण्डल महासचिव संजय शर्मा और  जिलाध्यक्ष विशाल निर्वाल के नेतृत्व में नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। शिवसेना के पश्चिमी उत्तर प्रदेश सदस्यता प्रभारी मनोज सैनी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने के बाद तीन बार विद्युत मूल्य में बढ़ोत्तरी की जा चुकी है। मण्डल महासचिव संजय शर्मा ने कहा की अभी हाल ही में कमर्शियल विद्युत दरों में की गई 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि व्यापारियों से सरकारी लूट की तरह है। जिलाध्यक्ष जितेन्द्र निर्वाल ने कहा कि नोटबंदी के बाद जहां व्यापार पूरी तरह से चौपट हो गया है, वहीं पूरा देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा है। ऐसे में आसपास के राज्यों के मुकाबले उत्तर प्रदेश में लगातार विद्युत दरों की बढ़ोत्तरी सरासर गलत है। राज्य सरकार को इसे तत्काल वापस लेना चाहिए। ज्ञापन में चेतावनी दी गई कि सरकार विद्युत दरों में वृद्धि को तत्काल वापस लें, नहीं तो शिवसैनिक सरकार के इस जनविरोधी फैसले के विरूद्ध सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होंगे।