हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. शामली में भी शिवसैनिकों ने इस्लामिक आतंकवाद का पुतला फूंकते हुए प्रदेश सरकार पर भी बड़े सवाल खड़े किए. तिवारी हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग भी उठाई गई।
शामली: जिला मुख्यालय की शिवमूर्ति पर जमा हुए शिवसैनिकों ने इस्लामिक आतंकवाद और प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. शिवसैनिकों ने हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या पर आक्रोश व्यक्त करते हुए इसे इस्लामिक आतंकवाद की करतूत बताया। शिवसैनिकों ने आरोप लगाया कि तिवारी की हत्या इस्लामिक आतंकवादियों के इशारे पर की गई है. उनकी गला रेतकर हत्या की वारदात आईएसआईएस के तरीके से प्रभावित है. शिवसैनिकों ने हत्या से पहले कमलेश तिवारी की सुरक्षा हटाने का भी आरोप लगाते हुए प्रदेश सरकार पर उंगलियां खड़ी की। शिवसैनिकों का कहना था कि यदि प्रदेश सरकार तिवारी की सुरक्षा नही हटाती, तो इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा उनकी हत्या भी नही की जा सकती थी। इसी के चलते शिवसैनिकों ने इस हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग भी सरकार से की है।
इन्होंने कहा—
शिवसेना के पश्चिमी उत्तर प्रदेश सदस्यता प्रभारी मनोज सैनी ने शामली दर्पण को बताया कि कमलेश तिवारी जी की हत्या के विरोध में आज शिवसेना ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में प्रदर्शन करते हुए इस्लामिक आतंकवाद का पुतला फूंका है. हिंदू नेता की हत्या इस्लामिक आतंकवादियों के इशारे पर हुई है. जिस प्रकार आईएसआईएस के आतंकी गला रेतकर हत्या करते हैं, इसी तरह हिंदू नेता की हत्या हुई है. प्रदेश सरकार के खिलाफ तिवारी की सुरक्षा वापस लेने के चलते प्रदर्शन किया गया है. यदि उनकी सुरक्षा वापस नही ली जाती, तो हत्या भी नही होती. हम सरकार से इस हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग करते हैं.