- दीपावली से पहले जनता को मिल सकती है बड़ी खुशखबरी
''दिवाली से पहले राम मंदिर पर बड़ी खुशखबरी आ सकती है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले अयोध्या में तैयारी पूरी कर ली गई है। 18 अक्टूबर को राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ सकता है। इसे देखते हुए राम मंदिर निर्माण की तैयारियां तेजी से चल रही है। इसके तहत राम मंदिर के गर्भगृह के पत्थर तराशने का काम पूरा हो गया है। गर्भगृह में रामलला को विराजमान किया जाएगा। जिस हिस्से में भगवान राम को विराजमान कराया जाएगा, वहां के लिए पत्थर तैयार हो चुके हैं।''
शामली: मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मंदिर के ग्राउंड फ्लोर के सभी पत्थर तराशे जा चुके हैं। वहीं प्रस्तावित 2 फ्लोर के राम मंदिर के 70 फीसदी पत्थर तराशी का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि शेष 30 फीसदी भी जल्द पूरा हो जाएगा। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के पहले साधु-संत राम मंदिर की तैयारियां पूरी कर लेना चाहते हैं, ताकि जैसे ही फैसला आए, निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाए। दीपावली पर इस बार पूरी अयोध्या जगमगाने वाली है। 24, 25 और 26 अक्टूबर को पूरी अयोध्या को रोशनी से जगमगाया जाएगा। इसके लिए भी प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। इस दीपावली गुप्तारघाट, भरतकुंड समेत अयोध्या के 13 प्रमुख मंदिरों में तीन दिनों तक हर दिन 5001 दीये जलेंगे। इसके अलावा अयोध्या के सभी 10 हजार मंदिरों और घरों में भी दीये जलाए जाएंगे। जिला प्रशासन, अयोध्या नगर निगम और शहर के बड़े शैक्षणिक संस्थान इस मुहिम में जुट गए हैं। इसके साथ ही हर घर में दीये जलाए जाएंगे। इस बार अयोध्या के दीपोत्सव में पांच देशों की रामलीला मंडलियों को बुलाया गया है। ये देश हैं, मारिशस, थाईलैंड, इंडोनेशिया, सूरीनाम और नेपाल। इन देशों की रामलीला मंडलियां अपनी शैली में रामलीला का मंचन करेंगी। इसके साथ ही 32 सांस्कृतिक दलों का कार्यक्रम भी अयोध्या में होगा। चित्रकला प्रदर्शनी भी लगेगी।
आखिर क्या चाहते हैं ब्यानबाज...?
कोर्ट का फैसला आने से पहले ही राम मंदिर पर बड़े-बड़े नेताओं की ब्यानबाजी भी देखने को मिल रही है। इससे देश की जनता भी खासी उत्साहित है। कई नेताओं ने राम मंदिर के निर्माण की तिथियां भी अपने ब्यानों में जनता को बता दी हैं, लेकिन सही मायनों में कोर्ट का फैसला आने के बाद ही पूरी स्थिति साफ हो जाएगी। अब सबकी निगाहे कोर्ट पर टिकी हुई है।